सुकूं वो हमारे तो कुछ कम न होते,
वहम में फंसे जो गर तुम न होते,
हमारा विरह था ज़रूरी ही शायद,
अगर वो न होता तो हम हम न होते।
सुकूं वो हमारे तो कुछ कम न होते,
वहम में फंसे जो गर तुम न होते,
हमारा विरह था ज़रूरी ही शायद,
अगर वो न होता तो हम हम न होते।
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